माता कुष्मांडा सूर्य सम दर्पित माँ जगदम्बा भारत जन मिल करे आरती जगदम्बा की षष्ठ्म रूप ब्रज अधिष्ठात्री माँ माँ कात्यायनी विभिन्न रंग पांडाल सजावट भक्ति के संग माँ जगदंबा हिम गिरी नंदनी आदि स्वरूपा पदमासना आदि स्वरूपा माता स्कन्धा भवानी
Wednesday 17 September 2014
नवरात्री पर माँ के चरणों में प्रेषित मेरे कुछ हाइकु
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1
श्वेत मुकुट
सिंदूरी सोभामयी
देवी कल्याणी
2
मात भवानी
श्रद्धा ममतामयी
भक्त वत्सला
3
मातु भवानी
दृग ममता पानी
अधर दया
4
मातु भवानी
हे संताप तारिणी
स्नेह दायिनी
5
जगत माता
रक्षा करो जननी
शरण पड़े
6
माता के द्वार
कर कुसुम हार
वंदना गाती
7
धरा स्वामिनी
महिसासुर नाश
जग तारिणी
8
हे जगदम्बे
कर खड्ग धारिणी
भाल सिंदूर
**********************शान्ति पुरोहित