1
सभी जायके
पकवान पे भारी
माँ तेरी रोटी
2
यही नियति
दुःख जड़ भीतर
सुख पलता
सूखे सुमन
सभी जायके
पकवान पे भारी
माँ तेरी रोटी
2
यही नियति
दुःख जड़ भीतर
सुख पलता
3
अकेला मन
यादो का मधुबन सूखे सुमन
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